तीर्थंकर थे। उनके बचपन का नाम वर्द्धमान था। ये इश्वाकु वंश के थे। प्रधानाचार्य झुन्नु तिवारी ने महावीर स्वामी की जीवनी पर प्रकाश डालते हुए कहा कि उन्होंने ब्रह्मचर्य का पालन करते हुए लोगों को उपदेश दिया अहंकार त्यागो, क्रोध मत करो और लालच मत करो। इस अवसर पर आचार्य सुमन प्रसाद सिन्हा, विकास कुमार, माला कुमारी, ललिता कुमारी, रतन लाल भारती, दीपक कुमार, सुनीता कुमारी, रुचि कुमारी उपस्थित थे।
कुमार चंदन,ब्यूरो चीफ,बांका।