BANKA NEWS। दुखों का पहाड़ टूटा: 4 बच्चों की तालाब में डूबने से मौत के बाद बेहरार के घरों में नहीं जले चूल्हे...

BANKA NEWS। दुखों का पहाड़ टूटा: 4 बच्चों की तालाब में डूबने से मौत के बाद बेहरार के घरों में नहीं जले चूल्हे...

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चांदन : आनंदपुर थाना क्षेत्र के चांदवारी पंचायत अंतर्गत बेहरार गांव से बहुत बड़ी दुखद और हृदय विदारक घटना सामने आई है। घटना से पूरे गांव को झकझोर कर रख दिया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार चांदमारी पंचायत अंतर्गत वार्ड नंबर 4 के बेहरार गांव की 10 वर्षीय पूनम कुमारी पिता शंकर यादव, निशा कुमारी पिता संजय यादव 11 वर्ष, पुष्पा कुमारी पिता विनोद यादव 10 वर्ष एवं साकीन मोहनपुर थाना चंद्रमंडीह जिला जमुई निवासी अपने अन्य सहेलियों के साथ मंगलवार सुबह 9 बजे के करीब कर्मा धर्मा पर्व पर सप्तमी स्नान करने गांव से कुछ दूर खाराबारी बहियार ‌स्थित पोखर के करीब बना नहर में नहाने गई थी। जहां गहरे पानी होने के कारण पांचों बच्ची डुबती चली गई। इस घटना को लेकर पास खड़ी बच्चियों ने इसकी जानकारी परिजनों को दिया। सूचना पाते ही परिजन दौड़कर आई, और ग्रामीणों के सहयोग से कड़ी मस्सकत के‌ बाद पांचों बच्चियों को सकुशल मूर्छित अवस्था में निकाल कर आनन-फानन में इलाज हेतु प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सिमुलतला पहुंचाया, लेकिन सिमुलतला अस्पताल बंद रहने के कारण, सभी बच्चियों को प्राइवेट क्लीनिक में उपचार कर बेहतर इलाज हेतु झाझा सदर अस्पताल भेज दिया। जहां डॉक्टर ने चारों बच्चियों को देखते ही मृत घोषित कर दिया। जिसमें एक बच्ची की इलाज चल रही है, जो खतरे से बाहर बताई जा रही है।घटना की सूचना पर आनंदपुर थाना अध्यक्ष विपिन कुमार दल बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचकर चारों बच्चियों कि मृत शव कब्जे में लेकर पंचनामा तैयार कर अग्रिम कार्रवाई करते हुए पोस्टमार्टम हेतु बांका भेज दिया। इधर इस घटना की जानकारी होते ही चांदन अंचल अधिकारी रविकांत कुमार पीड़ित परिजन से मिलकर कुशल छेम जाना, और पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक आपदा प्रबंधन द्वारा मिलने वाली मृतिका बच्चियों की आश्रित परिवार को चार-चार लाख रुपए दिलाने की बात कही।इस हृदय विदारक घटना और परिजनों कि चीख पुकार से पूरा गांव में गमगीन का माहौल बना हुआ है। घटना की बाद पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि नरेश यादव, उप मुखिया मनोज यादव, वार्ड सदस्य सुरेश प्रसाद यादव, पंचायत समिति प्रतिनिधि सुरेश यादव सहित आस-पास के शुभचिंतक मृतक की आश्रित को संतावना देकर हर संभव मदद देने की बात कही।

गांव में किसी के घरों में चूल्हे भी नहीं जले

 4 बच्चों की तालाब में डूबने से हुई मौत के बाद पूरे गांव में सन्नाटा पसरा रहा. गांव में किसी के घरों में चूल्हे भी नहीं जले. किसी को यह यकीन ही नहीं हो रहा था कि कल तक जो बच्चे गांव की गलियों में धमाचौकड़ी करते थे अब वे गलियों में नहीं दिखाई देंगे. घटना के प्रभावित परिवार विगत 8 घंटे से बिना अन्नजल के बेसुध पड़े थे. अन्य लोग परिवार के लोगों को संभालने में लगे थे. मृतक बच्चों के माता पिता व परिजन सिर्फ और सिर्फ अपने बच्चों की यादों में खोये थे.


चांदन से उमाकांत पोद्दार कि रिपोर्ट
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