कहानी संघर्ष से सफलता कीः किसान के लाल ने किया कमाल, चुनौतियों को पार कर UPSC में हासिल की 269वीं रैंक

कहानी संघर्ष से सफलता कीः किसान के लाल ने किया कमाल, चुनौतियों को पार कर UPSC में हासिल की 269वीं रैंक

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बांका. यूपीएससी में किसान के बेटे ने सफलता का परचम लहराया है. बांका के पारस कुमार ने यूपीएससी में 269वीं रैंक हासिल की है. पारस के पिता गांव में खेती किसानी का काम करते हैं. पारस के यूपीएससी में चयन होने से इलाके में खुशी की लहर है.

बता दें कि जिले के बाराहाट प्रखंड अंतर्गत चंगेरी गांव के रहने वाले पारस कुमार ने यूपीएससी में 269वी रैंक हासिल कर परिवार का नाम रोशन कर दिया. पारस कुमार का जन्म 1996 में एक सामान्य परिवार में हुआ था. इनके पिता राजू मंडल एक सामान्य परिवार से हैं. पारस की प्रारंभिक पढ़ाई सेंट जोसेफ बांका से शुरू हुई. 12वीं की इंटरस्तरीय विद्यालय धोनी से किया. इसके बाद यूआईटी पंजाब यूनिवर्सिटी से मैकेनिकल में बीटेक किया. पारस कुमार बचपन से पढ़ाई लिखाई में बहुत कुशाग्र बुद्धि के थे. सिविल सर्विस में जाना अंकुर के बचपन का ही शौक था.

वर्तमान में जमुई में शिक्षा विभाग में डीपीओ के पद पर हैं कार्यरत

पारस कुमार ने 2023 ई में बीपीएससी क्लियर किया था वर्तमान में जमुई में शिक्षा विभाग के डीपीओ के पद पर कार्यरत हैं. पारस के पिता राजू मंडल ने बताया कि हम बांका में रहकर छोटे-मोटे बिजनेस करते हैं. उसी से मेहनत करके अपने बच्चों को पढ़ाया लिखाया. पारस की मां सुलेखा देवी ने बताया कि हम दोनो बेटों और एक बेटी को पढ़ाने लिखाने में कोई कसर नहीं छोड़ी इसी का बदौलत है कि आज पारस ने कड़ी मेहनत कर सफलता हासिल की. मेरी बेटी शोभा कुमारी भी शिक्षिका है.

बधाई देने वालों का लगा तांता

यूपीएससी जैसे बड़े एग्जाम में सफलता मिलने पर पूर्व प्रमुख राजेश यादव, पैक्स अध्यक्ष नीरज कुमार महाराणा, राजकुमार मंडल, राजेंद्र रंगीला, सहित दर्जनों लोगों ने बधाई देते हुए उज्जवल भविष्य की कामना की.

Aditor:Anup kumar 
error: कॉपी नहीं होगा भाई खबर लिखना सिख ले