बिहार में नहीं रहेगा 90 का जंगलराज, सीएम नीतीश को बताया नकली चंद्रगुप्त:बीजेपी नेता विजय सिंहा।

पत्रकार कुमार आनंद की फेसबुक वॉल से...
बांका: मंगलवार को बांका पहुंचे बिहार भाजपा के नेता विजय कुमार सिन्हा ने बांका परिसदन में प्रेस वार्ता करते हुए पत्रकारों से कहा कि नीतीश कुमार बिहार को भ्रष्टाचार आतंकवाद और संप्रदायवाद को बढ़ावा देना चाहते हैं। इसलिए उन्होंने दुबारा यहां 90 के दशक का जंगलराज कायम किया है जिसमें आए दिन हत्या, लूट,बलात्कार जैसे संगीन अपराध सत्ता के संरक्षण में हो रहे हैं। भारतीय जनता पार्टी उन्हें उनके इरादों पर कामयाब नहीं होने देगी। उन्होंने कहा कि आज न केवल बांका में लूट हत्या और बलात्कार हो रहा है बल्कि राज्य के अन्य जिलों में भी सत्ता संरक्षित अपराध हो रहे हैं जिसकी उन्होंने एनआईए से जांच की भी मांग की हुई है इसमें बांका में हुए मदरसा ब्लास्ट कांड भी शामिल है सरकार ने अपने प्रभाव से रसूखदार लोगों को बचाने के लिए इन जांच पर पर्दा डाल रखा है।वर्तमान में प्रदेश की सरकार राजनीतिक अस्थिरता का शिकार हो गई है।इसलिए न केवल बांका में अपराधियों का मनोबल बढ़ा है बल्कि पुरे राज्य में अपराध और भ्रष्टाचार चरम पर है।सरकार इन मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए अब बिहार में जातीय,धार्मिक और सांप्रदायिक उन्माद फैलाना चाहती है।इसलिए कभी इनके शिक्षा मंत्री रामचरितमानस पर बेतुका बयान देते हैं तो कभी ये बागेश्वर धाम बाबा पर बोलने लगते हैं।भाजपा इन्हें बिहार को 90 दशक के जंगलराज में नहीं ले जाने देगी।यहां जनता का राज होगा।बीजेपी ने पुर्व में भी चाणक्य बनकर नीतीश को चंद्रगुप्त बनाते हुए बिहार को गुंडाराज से मुक्ति दिलाई थी,लेकिन नीतीश नकली चंद्रगुप्त निकले इसलिए अब इन्हें जनता पलटुराम कहती है।
*कुर्सी के लिए नीतीश कुमार करते हैं सिद्धांतविहीन राजनीति*
सदन में नेता प्रतिपक्ष रहे बीजेपी नेता विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि नीतीश कुमार केवल सत्ता की कुर्सी के लिए राजनीति करते हैं, इनकी राजनीति सिद्धांतविहीन होती है।बिहार के अंदर जिन्होंने कभी भी अपने बल बूते पर जनादेश लेकर सरकार नही बना सके वो केंद्र की राजनीति नही कर सकते हैं।जनता ऐसे लोगों पर भरोसा नहीं करती है।सरकार ने सहरसा में हुए दंगे और बम विस्फोट पर जब उच्चस्तरीय जांच की मांग हमारे पुर्व विधायक जवाहर प्रसाद कुशवाहा ने अधिकारियों के समक्ष किया तो उल्टा उन्हें ही फंसा दिया गया।जोकि कायरतापूर्ण हरकत है। सत्य बोलने वाले को मौजूदा सरकार डराकर रखना चाहती है। आनंदमोहन की रिहाई पर उन्होंने कहा की सत्ता में बैठे लोग राजनीतिक लाभ के लिए कोर्ट का काम कर रहे हैं।अपराधियों और भ्रष्टाचारियों के साथ भाजपा की कोई सहानुभूति नहीं है।इनके आड़ में सरकार ने दो दर्जन कुख्यात अपराधियों को जेल से बाहर कर दिया है।बिहार में शराबबंदी पूरी तरह से फेल है इसलिए विपक्ष में बैठी भाजपा के मांग पर तंत्र के अकर्मण्यता और नाकामी को छुपाने के लिए शराब पीने से हुए मौत पर चार लाख का मुआवजा दे रही है।