बिहार के प० चंपारण के बगहा में अवैध अल्ट्रासाउंड संचालकों पर कब होगी सख्त कार्यवाही ?

बिहार के प० चंपारण के बगहा में अवैध अल्ट्रासाउंड संचालकों पर कब होगी सख्त कार्यवाही ?

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_ठाकुर रमेश शर्मा- रामनगर, प०चंपारण(बिहार)_
_10-08-2023_

पश्चिमी चंपारण में जब डॉक्टर श्रीकांत दुबे सिविल सर्जन बेतिया बने तब लगा कि झोलाछाप डॉक्टरों का लगभग सफाया हो जाएगा,क्योंकि जिले में बिना निबंधन के कुकुरमुत्ते की तरह संचालित अल्ट्रासाउंड संचालकों के विरुद्ध एफआईआर एवं गिरफ्तारी युद्ध स्तर पर होगी।
हालांकि इस बाबत सीएस बेतिया ने सभी पीएचसी प्रभारी को उनके विरुद्ध शीघ्र कार्रवाई का आदेश जारी कर दिया है। साथ ही सभी अल्ट्रासाउंड संचालकों से निबंधन से संबंधित कागजातों को तलब किया गया है। साथ ही संचालक, सेंटर और संबंधित डॉक्टर से संबंधित रिपोर्ट जमा करने का आदेश दिया है।
सर्वविदित है कि हरनाटांड़ क्षेत्र में अनेकों अल्ट्रासाउंड बगैर अनुज्ञप्ति के ही संचालित डॉक्टर के०बी०एन० सिंह के रहमो करम पर चल रहा है। इन क्षेत्र में बिना अल्ट्रासाउंड संचालित महज दुकान किराए पर लेने पर टीम बनाकर फर्जी छापा करके सील किया जाता है।
बाल्मीकिनगर हवाई अड्डा निवासी धीरज कुमार ने बताया कि मैं उस क्षेत्र में अभी निबंधन कराकर संचालन के बारे में सोच रहा था कि डॉक्टर के०वी०एन० सिंह के कुछ दलाल मेरे पास आए और मुझसे ₹ 1 लाख रिश्वत मांगने लगे थे। मैंने कहा कि जब मैं काम शुरू करूंगा, तब रुपया दे दूंगा। इतने में नाराज होकर डॉक्टर के०वी०एन० सिंह ने मेरे विरुद्ध फर्जी टीम बनाकर केस दर्ज करा दिया है। इनका कहना है कि "प्रत्येक अल्ट्रासाउंड वाले जो बिना निबंध के हैं,₹1लाख देकर ही संचालित कर सकते हैं" इसलिए तुम्हें भी पहले जमा करना होगा।
अब तो स्वास्थ्य विभाग पटना को डॉक्टर के० बी० एन० सिंह को हटाए बगैर अवैध कार्य इस क्षेत्र में रोकना मुश्किल है तथा इनके खुद के प्रमाण पत्रों की जांच जनहित में होना चाहिए तभी रोगी कल्याण का मतलब निकलेगा।
बगहा पीएचसी का हाल तो इस समय अस्त-व्यस्त बेहाल है।यहां सब कुछ सेटिंग-गेटिंग पर चल रहा है जो शीघ्र सुधार की आवश्यकता है-ऐसा जदयू नेता राजेश राम का मांग लगातार होते आ रहा है।
परंतु यहां तो अंधेर नगरी चौपट राजा,टका सेर भाजी टका सेर खाजा वाली कहानी चरितार्थ हो रही है।
हालांकि बगहा पुलिस जिले में जब पुलिस अधीक्षक सैफुल हक़ साहब थे,तो उन दिनों में फर्जी डॉक्टर तथा फर्जी अल्ट्रासाउंड चलाने वाले की शामत आ गई थी।अनेकों एफआईआर रामनगर थाना क्षेत्र में भी हुए था। जिस टीम का नेतृत्व खुद पुलिस अधीक्षक खुद करते थे,वो काम अब के जवाने में पुलिस डिपार्टमेंट के लोग क्यों नहीं करते है। हरनाटाड़ में के० वी० एन० सिंह का तो साम्राज्य कायम है तथा उस क्षेत्र में एक खास वर्ग अभी मोर्चा अवैध संचालन का संभाले हुए हैं।
अगर इसपर सीघ्र रोक न लगाया गया तो बहुत ही बड़ा जन आक्रोश फूटने वाला है जो इन माफियों के खिलाफ होगा।
error: कॉपी नहीं होगा भाई खबर लिखना सिख ले