साहित्य सम्मेलन में अंगिका बाल कहानी संग्रह पचघान का हुआ लोकार्पण, आयोजित हुई कवि-गोष्ठी

साहित्य सम्मेलन में अंगिका बाल कहानी संग्रह पचघान का हुआ लोकार्पण, आयोजित हुई कवि-गोष्ठी

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बाराहाट: प्रखंड अंतर्गत अंगिका महासभा मिर्जापुर चंगेरी के तत्वधान में दर्जनों पुस्तकों के साहित्यकार डॉ अनिरुद्ध प्रसाद विमल की अंगिका बाल कहानी संग्रह पचघान का शनिवार को लोकार्पण सह कवि-गोष्टी का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में मुख्य अतिथि डॉ अमरेंद्र के अलावे कैलाश ठाकुर रंजन जी‌ अश्विनी प्रजावंशी डॉ अंजनी कुमार सुमन डॉ प्रदीप प्रभात डॉ राधेश्याम चौधरी राजकिशोर बिंद सहित दर्जनों की संख्या में साहित्यकार उपस्थित थे. कार्यक्रम की मुख्य अतिथि डॉ अमरेंद्र ने कहा कि अपनी काव्य-प्रतिभा से संसार के साहित्यकारों को अचंभित कर देने वाले डॉ अनिरुद्ध प्रसाद विमल की साहित्यलेखन न केवल समाज को झकझोरती है, अपितु पाठकों के मन-प्राण को भी स्पंदित करती है. ख्याति प्राप्त साहित्यकार व कवि डॉ राधेश्याम चौधरी ने कहा कि बाल साहित्य जीवन की दिशा निर्धारित करने की क्षमता रखता है.डॉ अंजनी कुमार सुमन ने कहा बाल संवेदनाओं पर सहजता से खड़ी उतरने वाली कहानी की पुस्तक पचघान कई अन्य कहानी संग्रह के बीच अपना एक अलग आदर्श उत्पन्न करती है. विशिष्ट वक्ता के रूप में कथाकार रंजन जी ने बताया कि उत्सुकता से अधिक कौतूहल की जरूरत होती है. डॉ अनिरुद्ध प्रसाद विमल ने बाल कथा साहित्य में मनोविज्ञान तत्वों पर बल दिया गया है. जो इस पुस्तक की सार्थकता भी है. कार्यक्रम में जूटे साहित्यकारों के द्वारा एक से बढ़कर एक काव्या पाठ ने लोगों का खूब मनोरंजन किया. कार्यक्रम का अंत कैलाश ठाकुर व डॉ अमरेंद्र ने संयुक्त रूप से धन्यवाद ज्ञापन कर किया गया.
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