लाखों रुपए का बना जलमीनार बनी गांव की शोभा

लाखों रुपए का बना जलमीनार बनी गांव की शोभा

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चांदन/बांका:- प्रखंड मुख्यालय से महज 3 किलोमीटर दूर सिलजोरी पंचायत के वार्ड नंबर सात कसई गांव में बना जलमीनार विगत चार सालों से गांव की शोभा मात्र बनी हुई है। बतादें की मुख्य मंत्री नीतिश कुमार का ड्रीम प्रोजेक्ट योजना में शामिल सात निश्चय योजना के तहत घर घर शुद्ध जल पहुंचाना अब सिर चढ़कर बोलने लगी है. ऐसे तो राज्य सरकार बड़े बड़े दावे करते हैं,कि बिहार के हर सुदूर क्षेत्र गांव के लोगों को पानी पीने के लिए जलमीनार बनवा दिए हैं । लेकिन वह जलमीनार कितना सफल औैर कारगर है वो जांच करने का विषय है. कसई गांव के ग्रामीण शंकर यादव, जलधर यादव, झोंपा यादव, पप्पू पोद्दार, श्रीकंठ पोद्दार, दशरथ पोद्दार, दिनेश्वर यादव, केली देवी रंगीया देवी, के साथ पंचायत के वार्ड सदस्य शिबू प्रसाद यादव आदि ने कहा की यह जलमीनार बने लगभग चार साल होने जा रही है, लेकिन यह जलमीनार से हम ग्रामीणों को पानी सफलाई तो दूर आज तक सभी घरों में नल पोइंट भी नही लगाया गया हैं. वहीं जलमीनार का निर्माण पी एच इ डी विभाग से बनाई गई है, लेकिन कितना आंवटन राशि से बनाया गया है, जिसका आज तक कोई बोर्ड भी नही लगा है । जिससे साफ तौर पर विभागीय लापरवाही और बंदरबांट की बू आ रही है। ग्रामीणों ने बताया कि इस कड़ाके की धूप से गांव के सभी चापाकल का जलस्तर धीरे-धीरे कम होती जा रही है, जिससे हम लोगों को पानी पीने के लिए इधर-उधर भटकना पड़ रहा है. खासकर माल मवेशियों को पानी पिलाने में भारी कठिनाई उत्पन्न हो गई है।जबकि जिला अधिकारी अंशुल कुमार का सख्त निर्देश है की कोई भी गांव के लोगों को पानी की दिक्कत नही होनी चाहिए। जिसके लिए पी एच इ डी विभाग के स्तर से रिपेयरिंग मानव बल सुनिश्चित की गई है। बावजूद प्रखंड के कई जल मीनार विभागीय लापरवाही के कारण  अधिकारी की भेंट चढ़ी हुई है. जिसका खामियाजा ग्रामीण भोगने को मजबूर है। इस संबंध में प्रखंड के पंचायती राज पदाधिकारी हिमांशु शेखर ने बताया कि जांच कर दोषी के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी तथा शीघ्र जल मीनार  दुरुस्त कराया जाएगा।

TODAY आजतक से उमाकांत साह की रिपोर्ट 
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