बेहतर करियर बनानी है तो कंप्यूटर की शिक्षा जरूरी है : त्रिभुवन

बेहतर करियर बनानी है तो कंप्यूटर की शिक्षा जरूरी है : त्रिभुवन

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बौंसी/बांका:- भूमंडलीकरण और निजीकरण ने विश्व बाजार को एक ग्लोबल विलेज बना दिया है। ग्लोबल विलेज ने तकनीकी शिक्षा को बढ़ावा दिया। भारत जैसे देश ने यह महसूस किया कि विश्व बाजार में यदि भारत की सहभागिता सुनिश्चित करनी है तो विश्व बाजार की मांग के अनुसार अपनी परम्परागत शिक्षा नीति में तब्दीली लानी ही पड़ेगी। विश्व बाजार की मांग को ध्यान में रखते हुए भारत सरकार ने नई शिक्षा नीति - 2020 का निर्माण किया। भारत के सैकड़ों शिक्षाविदों के सहयोग से बने नई शिक्षा नीति में स्किल वेस्ट मानव संसाधन विकास पर बल दिया गया है। सामान्य भाषा में कहा जाए तो अर्थ हुआ सभी युवाओं की शिक्षा कौशल या तकनीक आधारित शिक्षा देकर हुनरमंद बनाना। तकनीकी शिक्षा समय की मांग है। आज विश्व बाजार की मांग को देखते हुए तकनीकी शिक्षा पर बल देना जरूरी है। छात्र एवं छात्राएं आज परम्परागत शिक्षा ( सामान्य बीए, एम ए ) प्राप्त कर करियर नहीं बना सकते। भारत सरकार और राज्य सरकार के द्वारा कई प्रकार के युवा कौशल हेतु तकनीकी शिक्षा दी जा रही है। बिहार सरकार द्वारा भी कुशल युवा कार्यक्रम के तहत नजदीकी कौशल विकास केन्द्र के द्वारा कई तरह के कंप्यूटर प्रशिक्षण दी जा रही है। 10 दिवसीय से लेकर एक वर्षीय मुफ्त कंप्यूटर प्रशिक्षण दी जा रही है । खासकर ग्रामीण इलाकों के छात्र एवं छात्राएं इस तरह के प्रशिक्षण प्राप्त कर लाभान्वित हो रहे हैं। आज सभी क्षेत्रों में कंप्यूटर शिक्षा की मांग है। मैट्रिक पास वैसे छात्र एवं छात्राओं के लिए तीन माह का कंप्यूटर कोर्स कुशल युवा कार्यक्रम में नामांकन अपने नजदीकी कौशल विकास केन्द्र में जारी है। मैट्रिक परीक्षा पास करने के बाद छात्राओं को घर पर नहीं बैठना चाहिए। इस तरह के उपयोगी और महत्वपूर्ण कोर्स में नामांकन लेकर समय का सदुपयोग करना हितकर होगा। जो छात्र - छात्राएं समय के साथ अपडेट नहीं होते, जीवन में करियर नहीं बना सकते हैं।

कुमार चंदन,ब्यूरो चीफ,बांका।
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